शनिवार, 26 अक्तूबर 2013

मुस्लिम देश इंड़ोनेशिया में नहीं होते दंगे क्यो ?

आपको पता है इंड़ोनेशिया सभी मुस्लिम देशो में सबसे अधिक आबादी वाला देश है, यहाँ 86.1% मुस्लिम और केवल 3% हिन्दु है फिर भी वहाँ अमन और शांति है, कोई दंगा फसाद या जेहाद नहीं, इसका पता है क्या कारण है ?

इसका कारण है जब वहाँ पर मुस्लिम के यहां बच्चे पैदा होते है, तो और देशो की तरह उनके कान में जेहादी बनने के मंत्र ना मार कर रामायण का पाठ कराया जाता है, जो बच्चो के कान के माध्यम से उनके मन में उतरता है ।


उनकी मुद्रा पर भगवान श्री गणेश का चित्र अंकित है (जैसा आप चित्र में देख रहें हैं) और इंड़ोनेशिया के सबसे बड़े एयरपोर्ट पर समुद्र मंथन करते हुए, एक पत्थर की झाँकी लगाई हुई है, जो एयरपोर्ट में प्रवेश करते ही दिखाई देती है, समय समय पर मुस्लिम्स अपने यहाँ कथा करवाते है, मंदिरो को वहाँ पर तोड़ा नहीं जाता, बल्कि मंदिरो को वहाँ मुस्लिम समाज द्वारा पुजा जाता है, भगवान राम की कही बातो को बच्चो को पढाया जाता है ।



आप रोज सूनते होंगे कि फलां मुस्लिम देश में ब्लास्ट हुआ तो इतने मर गए, फलां मुस्लिम देश में जेहादियो ने ब्लास्ट लिया तो इतने मर गए, पर आपने ये कभी नहीं सूना होगा कि इंड़ोनेशिया में ब्लास्ट हुआ या जिहादियो ने लोगो को मार दिया । आखिर जिस बच्चे के पैदा होते ही उसके कान में प्रभु श्री राम की कथा का प्रवाह कर दिया जाए फिर वो बच्चा आतंकवादी या जेहादी कैसे बन सकता है ?

श्री कृष्ण एवं अर्जुन जकार्ता (राजधानी इंड़ोनेशिया)

इंड़ोनेशिया के मुस्लिम और वहाँ की सरकार समझदार हैं उनको पता है कि जिन जिन मुस्लिम देशो में से हिन्दुओ को खत्म किया गया, वहाँ पर अल्ला भी उनसे नाराज़ हो गया । आज वो देश खत्म होने की कगार पर खड़े हैं, खाने को रोटी नहीं, तन ढकने को कपड़ा नहीं और पड़ोसी देश दुश्मन बने हुए है वो अलग । इंड़ोनेशिया एक मात्र मुस्लिम देश है जिसका कोई बुरा करना नहीं चाहता या उसका कोई दुश्मन नहीं है, इसके विपरीत कोई भी मुस्लिम देश उठा कर देख लो जिसका कोई दुश्मन ना हो ।

एक लाइन में कहूँ तो इंड़ोनेशिया के मुस्लिम्स को पता है कि उनका धर्म कहाँ से पैदा हुआ और उनके पुर्वज कौन है.. वो इसको मानने में शर्म महसूस नहीं करते हैं कि हमारे पूर्वज हिन्दु थे । इसके विपरीत भारत के मुस्लिम्स जिनको पता है कि अरब से हमारा कोई लेना देना नहीं है और सबके पूर्वज हिन्दु थे पिर भी पता नहीं ये मानने को तैयार क्यो नहीं ?

चाहे पेड़ कितना भी बड़ा हो अपनी जड़ो को गाली देने लगेगा या उसको ही काट बैठेगा तो उसके जीवित रहने की कोई संभावना नहीं वो सुख कर गिर पड़ेगा, ऐसा ही कुछ सनातन भी इस्लाम की जड़ो में है और उन्हे ये समझना होगा ।

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